सोनभद्र। डाॅ0 अमित पाल शर्मा मुख्य विकास अधिकारी ने विकास खण्ड नगवां में कराये जा रहे विभिन्न विकास कार्यक्रमांें का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण निरीक्षण के समय रामशिरोमणि मौर्य परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, शेषनाथ चैहान उपायुक्त श्रम रोजगार, अरूण जौहरी, उपायुक्त स्वतः रोजगार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा खण्ड विकास अधिकारी नगवां उपस्थित थे। निरीक्षण का विवरण निम्नवत् है-
1-कम्पोजिट विद्यालय पटवध- इस विद्यालय में रामचन्द्र व खुशबू, सहायक अध्यापक एवं उमेश द्विवेदी शिक्षामित्र कार्यरत है। रचना परिहार, सहायक अध्यापक सी0सी0एल0 पर हैं। प्राथमिक विद्यालय में 76 के सापेक्ष 26 तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के 55 के सापेक्ष 36 छात्र/ छात्राएं उपस्थित मिले। छात्रों के उपस्थिति की संख्या मानक के सापेक्ष कम है। खण्ड शिक्षा अधिकारी अमित दूबे से छात्रों की संख्या कम होने के संबंध में पूछ-ताछ की गयी, तो उनके द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया और न ही सम्बन्धित सहायक अध्यापकों द्वारा छात्रों की संख्या बढ़ाने में कोई रूचि ली जा रही है। तत्क्रम में रामचन्द्र सहायक अध्यापक, खुशबू सहायक अध्यापक तथा उमेश शिक्षामित्र का वेतन अवरूद्ध करते हुए उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी का निर्देेश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया गया। इसके अतिरिक्त अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरते जाने पर खण्ड शिक्षा अधिकारी अमित दूबे को कारण बताओ नोटिस निर्गत करते हुए तीन दिवस में स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश जिला बेसिक अधिकारी को दिया गया। विद्यालय का शौचालय ठीक है तथा पेयजल हेतु हैण्डपम्प एवं उसमें सबमर्सेबुल लगा है
2-प्राथमिक विद्यालय चैखड़ा- इस विद्यालय में एक सहायक अध्यापक तथा एक शिक्षामित्र कार्यरत हैं, परन्तु निरीक्षण के समय शिक्षामित्र अनुपस्थित पाये गये। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि शिक्षामित्र का ‘‘नो वर्क नो पे’’ के आधार पर मानदेय अवरूद्ध करते हुए भुगतान न किया जाय। विद्यालय में पानी हेतु सबमर्सेबुल लगा है तथा शौचालय साफ-सुथरा एवं ठीक है।
3-आंगनबाड़ी केन्द्र चैखड़ा- आंगनबाड़ी केन्द्र पर वी0एच0एन0डी0 का आयोजन किया गया था। निरीक्षण के समय गीता देवी आशा कार्यकत्र्री, इन्द्रावती आंगनबाड़ी उपस्थित थी तथा विभा राय, ए0एन0एम0 अनुपस्थित थी, जबकि वी0एच0एन0डी0 के दिन उपस्थिति अनिवार्य होती है। तत्क्रम में विभा राय का वेतन अग्रिम आदेश तक अवरूद्ध किया जाता है तथा प्रभारी चिकित्साधिकारी नगवां से स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। मुख्य चिकित्साधिकारी अनुपालन सुनिश्चित कराकर एक सप्ताह के भीतर अवगत कराना सुनिश्चित करें।
आंगनबाड़ी कार्यकत्र्री द्वारा निरीक्षण हेतु अभिलेख प्रस्तुत किये गये। ड्यूलिस्ट में शिशुओं एवं गर्भवती महिलाओं का फार्मेट नहीं भरा गया है, जबकि एक दिन पूर्व ही इस भरा जाना चाहिए। पोषाहार वितरण रजिस्टर में 36 बच्चों का नाम अंकित है, जो 07 माह से 03 वर्ष तक की आयु के हैं। इसके अतिरिक्त 12 गर्भवती महिलाएं हैं। पोषाहार का वितरण समय-समय पर किया गया है, जिसका अंकन रजिस्टर में है। सैम बच्चों की संख्या 01 है, 03 वर्ष से 05 वर्ष की आयु के पंजिका में संतोषी पुत्री रमन उम्र 03 वर्ष वनज 12.7 कि0ग्रा0 है, जिन्हें ग्रोथचार्ट में भी अंकित किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकत्र्री द्वारा अभिलेखों का रख-रखाव अच्छी तरह से किया गया है, जिला कार्यक्रम अधिकारी उक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्र्री को प्रशस्ति पत्र देना सुनिश्चित करें। केन्द्र पर वजन एवं लम्बाई नापने की मशीन उपलब्ध है।
4-मनरेगा-कम्पोजिट विद्यालय पटवध की छत से रेन हार्वेस्टिंग के लिए तीन गडढे खोदे गये हैं निरीक्षण के समय काम बन्द पाया गया। इसके अतिरिक्त इस गांव में प्रधानमंत्री आवास /मुख्यमंत्री आवास की छत से रेन वाटर हार्वेस्टिंग हेतु मात्र 10 गडढे खोदे गये हैं। श्री सुजीत कुमार ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, खण्ड विकास अधिकारी नगवां द्वारा बताया गया कि ये नियमित रूप से क्षेत्र में उपस्थित नहीं रहते हैं, जबकि इन्हें इस कार्य को पूर्ण करने हेतु बार-बार निर्देशित किया गया है। अतएव सुजीत कुमार ग्राम पंचायत अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिया गया तथा निर्देशित किया गया कि बिना मेरी अनुमति के इनका वेतन आहरित न किया जाय। यह भी निर्देशित किया गया कि दो दिवस के भीतर रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य यदि सुजीत कुमार द्वारा पूर्ण नहीं कराया जाता है तो इनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही करते हुए अधोहस्ताक्षरी को अवगत कराया जाय। (जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा) विद्यालय परिसर को मनरेगा के अन्तर्गत सुन्दरीकरण कराने हेतु खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया।
ग्राम चैखड़ा के निरीक्षण के समय देखा गया कि पक्की नाली का निर्माण किया गया है, परन्तु सी0आई0बी0 बोर्ड पर कार्य पूर्ण होने की तिथि एवं अन्य प्रविष्टियां अंकित नहीं की गयी है। निरीक्षण के समय श्री संजय सिंह ग्राम पंचायत सचिव अनुपस्थित थे, जिनका वेतन अग्रिम आदेश तक अवरूद्ध किया जाता है, जिला विकास अधिकारी बिना मेेरी अनुमति के भुगतान न करें। खण्ड विकास अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि पंचायत भवन, आंगनबाड़ी तथा प्राथमिक विद्यालय बिजवार पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग के तीन गड्ढे खुदवाये गये है, जिसका निरीक्षण खण्ड विकास अधिकारी द्वारा उपायुक्त श्रमरोजगार के साथ किया गया।
सोनभद्र। डाॅ0 अमित पाल शर्मा मुख्य विकास अधिकारी नेे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, नगवां का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण निरीक्षण के समय रामशिरोमणि मौर्य, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, शेषनाथ चैहान उपायुक्त श्रम रोजगार, अरूण जौहरी, उपायुक्त स्वतः रोजगार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा खण्ड विकास अधिकारी नगवां उपस्थित थे। निरीक्षण के समय डा0 रवीन्द्र कुमार बिन्द, प्रभारी चिकित्साधिकारी अनुपस्थित थे। अवगत कराया गया कि ये बैठक में जनपद मुख्यालय गये हैं। उपस्थिति पंजिका के अनुसार कार्यरत चिकित्सा कर्मियों का विवरण निम्नवत् है-
1. डा0 प्रवीन कौर, चिकित्साधिकारी।
2. डा0 अभिनव कौशल, चिकित्साधिकारी।
3. डा0 एस0पी0 सिंह, एस0एम0ओ0 मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय हेतु अवमुक्त।
4. श्री संतोष कुमार वार्डब्वाय।
5. श्वेता जायसवाल, डी0एच0 का नाम अंकित है, परन्तु उनके नाम के आगे पंजिका अनुपस्थित अंकित किया गया है।
इसके अतिरिक्त 18 संविदा कर्मी है, जो उपस्थित है।
अस्पताल परिसर का भ्रमण किया गया जिसमें जगह-जगह कूड़ें आदि लगे हैं, जिसकी साफ-सफाई कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। लेबर रूम में उपस्थित स्टाफ नर्स द्वारा बताया गया कि सभी आवश्यक सामान एवं उपकरण उपलब्ध है। लेबर रूम में कुल 04 स्टाफ है। माह में 50 प्रसव कराने का औसत बताया गया। लैबटेक्नीशियन द्वारा बताया गया कि रक्त की जांच हेतु 10 नमूनें लिए गए हैं, जिसका अंकन पंजिका में देखा गया। औषधि स्टोर में सभी दवाएं उपलब्ध बतायी गयी। बी0सी0पी0एम0 श्री राजकुमार द्वारा अवगत कराया गया कि विकास खण्ड में 90 आशा वर्कर हैं, जिनके द्वारा माह मार्च, 2022 तक कुल 890 प्रसव (संस्थागत) कराये गये हैं, जिनका शत-प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। जननी सुरक्षा योजना, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, नसबंदी एवं बैठकों हेतु देय धनराशि का मार्च, 2022 तक का समस्त भुगतान आशा कार्यकत्रियों को किया जा चुका है। कोविड-19 हेतु आशाओं को देय रूपये 1000-/प्रतिमाह की धनराशि दिनांक 29.03.2022 को प्राप्त हुई थी जिसके भुगतान की प्रक्रिया प्रचलित है। बी0पी0एम0 के बारे में बताया गया कि जनपदीय बैठक में प्रतिभाग करने गये हैं। बी0सी0पी0एम0 ने बताया कि कुल 1195 प्रसव के सापेक्ष 450 एवं 1130 नसबंदी के सापेक्ष 250 लाभार्थियों का भुगतान किया जा चुका है। शेष लाभार्थियों के भुगतान की प्रक्रिया प्रचलित है।