ओबरा विधानसभा- 402
ओबरा एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है जहां एक तरफ विकास की गाथा बयां करते ढेरों कल-कारखाने और आधुनिक जीवनचर्या को बयां करती परियोजनाओं की आवासीय कालोनियां, बाजार क्षेत्र मौजूद हैं। वहीं दूसरी तरफ अभावों में जिंदगी गुजारना अपनी नियति मान चुके रेणुका पार और भाठ क्षेत्र के बाशिंदों का जीवन है। रिहंद जलाशय के रूप में एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील, एशिया का पहला बिजली कारखाना ओबरा, राज्य सेक्टर की सबसे बड़ी बिजली परियोजना अनपरा, लंबे समय तक एशिया का सबसे बड़े अल्युमिनियम कारखाने का दर्जा रखने वाले हिण्डालको इंडस्ट्रीज और पूर्वांचल में बिल्डिंग मैटेरियल्स कारोबार के आधार गिट्टी-बालू खनन उद्योग के स्थापित होने का गौरव इस विधानसभा क्षेत्र को हासिल है।
वर्ष 2012 में यह सीट ओबरा के रूप में अस्तित्व में आई है। इससे पहले दुद्धी और राबटर्सगंज विधानसभा में यहां की एरिया समाहित थी। 2012 में ही यहां भाजपा का पलड़ा परंपरागत वोटरों की बदौलत भारी माना जा रहा था लेकिन भाजपा के अनिल सिंह की बगावत और कांग्रेस की मजबूत सेंधबाजी ने इस सीट को भाजपा की बजाय बसपा की झोली में डाल दिया।
जातिगत आंकड़े-
ओबरा विधानसभा का जातिगत समीकरण (अनुमानित) कुल मतदाता – 3,13,620 पुरूष मतदाता – 1,71,627 महिला मतदाता – 1,41,982 खरवार- 60 हजार, गोंड़ – 42 हजार, यादव – 32 हजार, वैश्य – 27 हजार, कोल – 21 हजार, ब्राह्मण – 24 हजार, दलित – 22 हजार, मौर्या – 14 हजार, पनिका – 15 हजार, पटेल – 12 हजार, विश्वकर्मा – 12 हजार, गुर्जर यादव – 10 हजार, चैहान – 8 हजार, अन्य जातियां – 14620.
प्रत्याशियों के नाम-
संजीव गौड़- बीजेपी, पूर्व राज्यमंत्री
सुभाष खरवार- बीएसपी
सुनील गौड़- सपा
रामराज गौड़- कांग्रेस