सात दिवसीय कार्यशाला का समापन।
ओबरा, विगत 7 दिनों से सफलतापूर्वक राजकीय महाविद्यालय ओबरा तथा भारतीय लेखा परिषद मिर्जापुर के परस्पर सांनिध्य में चल रहे सात दिवसीय रिसर्च मेथाडोलॉजी कार्यशाला का आज दिनांक 6 मार्च को समापन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर बृजेश कुमार तिवारी जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी नई दिल्ली एवं प्रोफेसर बटेश्वर सिंह सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड सम्मिलित हुए । ओबरा पीजी कालेज के वाणिज्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर,डॉ विकास कुमार ने सातवें दिन के वक्ता के रूप में अपना वक्तव्य दिया जिसमें उन्होंने समग्र व प्रतिदर्श को पावर पॉइन्ट के सुन्दर प्रस्तुति से प्रतिभागियो को समझाते हुए बताया की प्रतिदर्श मे समानता होने से शोध के निष्कर्ष ठीक नही होगे।डॉ विकास कुमार ने विभिन्न पैरामेट्रिक एवं नॉन्पैरामेट्रिक टेस्ट के बारे कहा की मान्यताये पूरी होने पर ही टेस्ट को करे। वक्तव्य के बाद समापन समारोह का प्रारम्भ शशांक श्रीवास्तव रिसर्च स्कॉलर आईआईएम रायपुर, ने सभी का स्वागत करके किया । अतिथि गणों का स्वागत स्वयं डॉ विकास ने किया । इसके पश्चात शाशांक ने विगत सात दिनों की रिपोर्ट पढ़ी जिससे अतिथियों को एक सारांश के रूप में कार्यशाला की सारी बातें बताई गई | इसके बाद एक एक करके दोनों आतिथियों ने सबके समक्ष अपने आर्शीवचनों को रखा । सबसे पहले प्रोफेसर बृजेश तिवारी जी ने इस सफलतम आयोजन के लिए सभी का धन्यवाद व्यक्त किया और प्रतिभागियों को यह सलाह दी कि वह इस अर्जित किए हुए ज्ञान को प्रैक्टिकल रूप में अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें। बहुत ही सरल स्वभाव से उन्होंने सभी का साधुवाद व्यक्त किया। इसके पश्चात प्रोफेसर बटेश्वर सिंह जी ने सभी आयोजकों को इस सफलता आयोजन के लिए बधाई दिया एवं भविष्य में ऐसे ही कार्यक्रम को आयोजित करते रहने के लिए बहुत प्रेरित किया। उन्होंने भी सभी छात्रों को निरंतर आने वाले नए कांसेप्ट से निरंतर अवगत रहने का सलाह दी। डॉक्टर विकास कुमार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने बताया कि इन्हीं के प्रयासों से राजकीय महाविद्यालयों ओबरा मे समय समय पर ऐसे बृहद व सफल आयोजन करता है जिससे न केवल इस छोटे से कस्बे की बल्कि यहाँ मौजूद प्रतिभाओ की पहचान और प्रशंसा होती है । महाविद्यालय की तरफ से सम्मिलित हुए संस्कृत विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर राधाकांत पांडे जी ने भी इस सफल प्रयास की प्रशंसा एवं सराहना की तथा समापन समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर मान बढ़ाया। इसी के साथ उन्होंने निरंतर ऐसे ही प्रेरणादायी कार्यक्रम कराने के लिए आयोजकों को प्रेरित भी किया। प्रतिभागियों के प्रक्रियाओं से समारोह की सफलता का आंकलन किया जा सकता है और इस समारोह में सभी प्रतिभागियों ने बहुत ही बढ़ चढ़ कर तारीफ की एवं आगे ऐसे ही दूसरे विषयों पर कार्यशाला कराते रहने की सलाह दी। विगत सात दिनों से चल रहे इस वेबिनार को राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने का संकल्प आयोजकों की टीम ने लिया है और वे इसे आगे बढ़ाते रहने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम का अंत सह आयोजक डॉक्टर शैलेश द्विवेदी जी के ज्ञान वर्धक शब्दों से हुआ। पूरे समारोह में प्रतिभागियों, आयोजकों, रिसोर्स पर्सन एवं मुख्य अतिथियों के अलावा डॉ मृत्युंजय पांडे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एनटीपीसी परिसर, डॉ दीपक कुमार मिश्रा राम मनोहर लोहिया पीजी कॉलेज वाराणसी, डॉ अमित वर्मा उड़ीसा, डॉ स्वाति तिवारी, मिहिका मौर्य, रितिका अग्रहरि, अतिश खडसे,वाराणसी आदि मौजूद रहे।