मुख्य विकास अधिकारी ने अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल भटवा टोला का किया औचक निरीक्षण
गोवंश आश्रय स्थल पर पशुओं के रख-रखाव के बेहतर व्यवस्था न होने पर ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिये निर्देश
सोनभद्र।मुख्य विकास अधिकारी डाॅ0 अमित पाल शर्मा ने राबर्ट्सगंज ब्लाक के ग्राम सभा भटवा टोला में बनाये गये अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने गोवंश आश्रय स्थल पर गोवंशों के सम्बन्ध में जानकारी ली , तो बताया गया कि 69 गोवंश हैं, जिसकी मौके पर ही गणना करायी गयी। निरीक्षण के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया है कि पशुओं को खाने हेतु पर्याप्त मात्रा में चारा-भूसा उपलब्ध नहीं है। मौके पर लगभग डेढ़ कुन्तल ही भूसा की कुट्टी पायी गयी। गोवंश आश्रय स्थल पर पशुओं के रख-रखाव कुप्रबन्धन के सम्बन्ध में भटवा टोला के ग्राम प्रधान श्रीमती प्रतिमा देवी तथा ग्राम सचिव जितेन्द्र कुमार से जानकारी ली गयी, तो संतोषजनक उत्तर नहीं दे पायें, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि वह ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत अधिकारी के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में आख्या प्रस्तुत कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान यह तथ्य भी प्रकाश में आया कि पशुओं को रहने हेतु सेड का विस्तारीकरण व बाउण्ड्रीवाल की आवश्यकता है। जिसके सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी राबर्ट्सगंज को निर्देशित किया कि वे आज ही गोवंश आश्रय स्थल का भ्रमण कर इसके सम्बन्ध में आख्या प्रस्तुत करें।
इसी प्रकार से मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विकास खण्ड चोपन के अन्तर्गत ग्राम कोटा मंें भूमि संरक्षण विभाग एवं मनरेगा योजनान्तर्गत कराये जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भूमि संरक्षण अधिकारी, चोपन द्वारा बताया गया कि कोटा पंचम में 18 बन्धियों का कार्य भूमि संरक्षण विभाग चोपन द्वारा कराया जा रहा है। भूमि संरक्षण अधिकारी चोपन ने बताया कि जिला खनिज निधि से 24 लाख की धनराशि प्राप्त होनी थी, जिसके सापेक्ष 12 लाख की धनराशि प्राप्त हुईं। बरसात में सभी चेकडैम भर जाने से क्षेत्र के लगभग 70 हेक्टेयर एरिया के खेतांे में सिंचाई की सुविधा मिलेगी तथा भू-जल स्तर ऊपर हो जाने के कारण हैण्डपम्प व कुओं में पानी का स्तर गर्मी के दिनों में भी बना रहेगा। इसी प्रकार मुख्य विकास अधिकारी ने ग्राम पंचायत कोटा में प्रधानमंत्री आवास निर्माण सहित कुल 293 कार्यों पर 536 श्रमिक नियोजित हैं, जिसमें चिन्तामणी के घर तक 600 मीटर की लम्बाई में कच्ची सड़क का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा कराया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मौके पर जारी 52 श्रमिकों के मास्टर रोल के सापेक्ष 27 श्रमिक ही कार्य करते हुए पाये गये और 300 मीटर सड़क का निर्माण कार्य होना पाया गया। परन्तु कार्य स्थल पर कोई भी बोर्ड लगा हुआ नहीं पाया गया, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मौके पर उपस्थित अमरेश चन्द्र पटेल ग्राम पंचायत अधिकारी, प्रहलाद ग्राम प्रधान तथा कौशल पाठक तकनीकी सहायक से तीन दिवस में खण्ड विकास अधिकारी के माध्यम से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया है। कार्यस्थल पर महिला मेठ द्वारा एम0एम0एस0 के माध्यम से सेन्टरों की हाजिरी नहीं लगायी जा रही थी, जबकि मनरेगा योजनान्तर्गत 20 से अधिक नियोजित श्रमिकों वाले कार्य स्थलों पर एमएमएस के माध्यम से अनिवार्य रूप से हाजिरी लगायी जानी है, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने उपायुक्त श्रम रोजगार को निर्देशित किया कि वह यह व्यवस्था जनपद के समस्त विकास खण्डों में सुनिश्चित करायें।