राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ओबरा में राष्ट्रीय युवा दिवस का हुआ शानदार आयोजन।
दिनांक 12 जनवरी 2023 को देर सायं तक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ओबरा, सोनभद्र में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों द्वारा स्वामी विवेकानन्द जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप मे बहुत ही शानदार तरीके से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य महोदय द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। तत्पश्चात कुमारी आशा द्वारा सरस्वती वंदना तथा स्वागत की बहुत ही सुंदर एवम अभिनव प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर (डॉ0) प्रमोद कुमार जी ने राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि युवा देश की शक्ति हैं एवं इनके कार्यों पर देश की प्रगति निर्भर करती है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 संतोष कुमार सैनी ने स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वामी जी के जीवन दर्शन मे हमे सिर्फ सकारात्मकता के ही दर्शन होते है। वे वेदांत एवम अध्यात्म के प्रकांड विद्वान , प्रखर वक्ता होने के साथ- साथ भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के महानायक थे। उनका संदेश “उठो जागो और तब तक रुको मत जब तक कि लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए” आज भी युवाओं मे एक नवीन ऊर्जा का संचार करता है। 1893 ईस्वी में अमेरिका के शिकागो शहर में हुए विश्व धर्म सम्मेलन में उनके द्वारा दिए गए ओजस्वी भाषण ने न सिर्फ अमेरिका वासियों एवं विश्व का दिल जीता बल्कि पूरे विश्व को अपने ज्ञान का लोहा भी बनवाया । संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) राधाकांत पांडेय ने युवाओं को राष्ट्र के प्रति समर्पित रहने का संदेश दिया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 विभा पांडेय ने भी कहानियों के माध्यम से ज्ञान एवम व्यवहार तथा उत्तम चरित्र निर्माण के संबंध में अपने विचार बहुत ही रोचक अंदाज मे रखा । डॉ0 महीप कुमार ने भी इस अवसर पर छात्र /छत्राओं को युवाओं के कर्तव्यों के प्रति निष्ठा रखने का आह्वाहन किया । उन्हें समय के महत्व को समझाया। छात्र /छात्राओं में कुमारी आशा, शिवानी भास्कर, शिल्पी कुमारी दत्ता, , यासीन, अर्पित देव पांडेय, अभिषेक यादव, हर्षिता पांडे, अर्पिता पांडेय, गरिमा सिंह इत्यादि ने भी स्वामी जी के जीवन एवम देशभक्ति, देशसेवा पर अपनी – अपनी सुंदर,प्रेरक कविताओं एवम भाषण के द्वारा किया लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उक्त अवसर पर डॉ0 अमूल्य कुमार सिंह, डॉ0 रंजीत सिंह, श्रीमती बीना यादव इत्यादि प्राध्यापकगणों के साथ-साथ कर्मचारीगण एवं अंकिता, अंजली, साधना, संजना ,पूजा, स्नेहा, संजीव शेखर, विकांक रंजन, नीलिमा , रुक्मिणी इत्यादिभारी संख्या में छात्र /छात्राएं एवम एनएसएस के स्वयंसेवी उपस्थित रहे।